गया था मैं एक मेले पर
खूबसूरत एक बंदी खड़ी थी वहीँ,
चटपटी सी, तीखी सी, चाट के ठेले पर.
उस हसीं की अदाओं पे,
हो गया मैं इस कदर फ़िदा .
कदम चल पड़े उसकी ओर,
मदद करना अब ए खुदा.
जब देखा की कोई नही था उसके साथ,
जाकर खड़ा हो गया उसके बाजु.
बोला- "may i know ur sweet name ?
by the way my name is raju".
सुनकर वो थोडा ताव में आई,
तिरछी नज़रों से मुझे देखा.
मेरे व्यक्तित्व का विश्लेषण कर ,
वो थोड़ा सोचकर बोली- "Rekha".
कोयल सी मीठी उसकी आवाज़,
कानो में मधुर रस घोल गयी .
उसने कहा तो बस एक शब्द मगर,
उसकी आँखें बहुत कुछ बोल गयी .
मैं शायद कुछ ज्यादा सोच बैठा ,
फिर सकुचाकर पूछा- "are u single ?"
ये सुनकर वो थोड़ा मुस्कुरायी,
फिर तुनक कर बोली- "sorry i don't want to mingle."
खैर, उससे पहले वो मुस्कुरायी तो थी,
और फिर सब कहते हैं "हंसी तो फँसी."
और फिर सब कहते हैं "हंसी तो फँसी."
मैंने सोचा आखिर किस्मत चमकी ,
इतनी कोशिशों के बाद एक बंदी पटी.
कल्पनाओं की दुनिया में खोया,
मैं बड़े प्यार से बोला- "i love you."
वो गुस्से में बोली-"चुप चाप निकल ले ,
नहीं तो my bhaiya will kill you."
मैंने भी जोश में उसका हाथ पकड़ा,
बोला-"don't worry, i'll handle your bhai."
उसने झटक कर हाथ छुराया,
और जोर से एक थप्पर लगाई.
उसकी छुअन से बदन में बिजली दौर गयी,
मैंने पूछा-"हाथ में चोट तो नही आई ?"
बड़े कमीने और बेशर्म हो तुम,
ऐसा कहकर वो "भाई-भाई" चिल्लाई.
आगे क्या बताऊँ यारों,
आशिकी की क्या सजा पायी.
वो पत्थर दिल हंसती रही मुझ पर ,
उसके भाई ने ऐसी की मेरी पिटाई.
दर्द से कराहते मेरे दिल ने तब,
अपने टूटे हाथ की कसम खायी.
अब किसी बंदी के पास नहीं जाना,
जिसका आसपास हो कोई भाई........ :-(
खैर.........
अगली बार से ये ध्यान में रख कर ही,
खैर.........
अगली बार से ये ध्यान में रख कर ही,
मरूँगा किसी दूसरी बंदी पे TRY..... ;-) :P
Awesome .... Vikash bhai, hasya kavita k apne pehle hi prayaas me aapne "SIXER" maar diya hai.
ReplyDeleteBahutte badhiyan Vikash Jee... Aahan ta pahilukke kavita mein jhamkaa deliyai... :D:)
ReplyDeleteAwesome, would like to see more of your compositions :) Nice work
agle kavita ka intazar raahega.....hope it wil come soon.
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